बॉलीवुड में कई ऐसी फ़िल्में हैं जो सिनेमाघरों में असफल रहीं, लेकिन ओटीटी प्लेटफार्म पर सफल साबित हुईं। आज हम एक ऐसी थ्रिलर फिल्म के बारे में चर्चा करेंगे, जो दोस्ती के अर्थ को पूरी तरह से बदलकर रख देगी। शुरुआत में, फिल्म में दोस्ती में धोखे का सामना करना पड़ेगा, लेकिन आगे चलकर यह कहानी एक आदर्श दोस्ती में बदल जाएगी। हम बात कर रहे हैं शाहिद कपूर की फिल्म 'देवा' की, जिसमें पूजा हेगड़े भी मुख्य भूमिका में हैं। आइए जानते हैं इस फिल्म की कहानी के बारे में।
कहानी का सारांश
फिल्म की कहानी मुंबई पुलिस के एसीपी देव अम्ब्रे के एक दुर्घटना से शुरू होती है, जिसे शाहिद कपूर ने निभाया है। इस दुर्घटना के कारण देव अपनी याददाश्त खो देता है। दुर्घटना से पहले, देव अपने दोस्त रोहन डिसिल्वा की हत्या के मामले पर काम कर रहा था। उसने अपने जीजा और डीसीपी फरहान खान को बताया था कि वह इस हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफल हो गया है। डीसीपी फरहान देव को इस केस पर दोबारा काम करने के लिए कहता है।
कहानी में दिलचस्प मोड़
देव जब अपने दोस्त रोहन की हत्या के मामले की पुनः जांच करता है, तो उसे पुराने सबूतों में कई विसंगतियाँ मिलती हैं। धीरे-धीरे उसे यह भी पता चलता है कि वह पहले गैंगस्टर प्रभात जाधव के लिए काम कर चुका है और एक गैंगस्टर की हत्या भी कर चुका है। देव का यह सच उसके दोस्त रोहन को पता चलता है, लेकिन वह देव को सुधारने का मौका देना चाहता है। लेकिन देव रोहन के इरादों को गलत समझ लेता है और डर के मारे वीरता पुरस्कार समारोह के दौरान अपने दोस्त की हत्या कर देता है। इसके बाद, देव डीसीपी को सच्चाई बता देता है और खुद को पुलिस के हवाले कर देता है। फिल्म में देव की प्रेम कहानी भी दिखाई गई है।
कलाकारों की सूची
फिल्म में शाहिद कपूर के साथ पूजा हेगड़े और पावेल गुलाटी मुख्य भूमिकाओं में नजर आते हैं। इस फिल्म का निर्देशन रोशन एंड्रयूज ने किया है, और इसे साउथ की 'मुंबई पुलिस' से प्रेरित बताया गया है। हालांकि यह फिल्म सिनेमाघरों में असफल रही, लेकिन प्राइम वीडियो पर रिलीज होते ही यह ट्रेंड करने लगी।
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